लाइसेंस मिनरल वाटर का और काम नकली शराब का
हमारा बोकारो भी कमाल का है, तभी तो वर्षों से मिनिरल वाटर निर्माण की जगह एक फैक्ट्री शराब बनाकर राज्य भर में लोगों को अवैध सेवा दे रही थी और पूरे सरकारी तंत्र को पता तक नहीं था | वैसे यह तो फैक्ट्री के इस भेद के खुलने के बाद सरकारी तंत्र कह रहा है लेकिन सत्य तो यह है कि करोड़ों के इस अवैध कारोबार में सबकी हिस्सेदारी उसके औकात के हिसाब से थी | 'ब्लैक डॉग' जैसे शराब तक का नकली उत्पादन करने वाली बोकारो औद्योगिक क्षेत्र [ बियाडा ] स्थित सर्वश्री कास्टोन टेक्नोलाजी लिमिटेड पर छपा तब पड़ा जब इससे घटा सह रही शराब के कंपनियों ने झारखण्ड सरकार पर दबाव बनाया | 28 मार्च को बियाडा के करीबी थाना को बिना बताये बोकारो डीसी और एसपी के नेतृत्व में जब इस अवैध देशी - विदेशी शराब निर्माण कम्पनी के बियाडा स्थित फैक्ट्री पर रेड हुआ तो करीबन डेढ़ करोड़ का शराब बरामद हुआ | 01 अप्रैल को फैक्ट्री का मालिक बिजेंद्र कुमार साव तो गिरफ्तार हो गया लेकिन अभी तक नकली शराब निर्माता जगदीश साव फरार है | और इस एक कांड के कारण उन सभी उद्यमियों की हालत खराब है जो आवंटन के तहत तय उत्पाद की जगह कुछ और बना रहे है या जिस काम के लिए आवंटन कराये थे उसकी जगह कुछ और कर रहे है | डीसी विजया जाधव ने 20 टीम बनाकर पूरे बियाडा का ही भौतिक सत्यापन का आदेश दे डाला है | इससे वर्षों से घोटाला और गलत कारोबार करने वाले कई सफ़ेदपोशों के चेहरे से नकाब हटने की सम्भावना प्रबल है |
खैर, बोकारो के मुख्यालय डीएसपी आशीष माली ने बताया कि यह फैक्ट्री बारी - कॉपोरेटिव कॉलोनी के प्लॉट संख्या -173 के निवासी बिजेंद्र कुमार साव के नाम पर आवंटित है | इसका आवंटन मिनिरल वाटर के निर्माण के लिए हुआ था | बिजेंद्र ने एक लाख प्रतिमाह के भाड़े पर यह जगदीश साव को दे दिया और वह यहां देशी - विदशी शराब का निर्माण शुरू कर दिया | 01 अप्रैल को बिजेंद्र साव और फैक्ट्री में काम करने वाले एक मजदूर अनिल रजवार [ जरीडीह निवासी ] को गिरफ्तार कर लिया गया है और 28 मार्च से फरार जगदीश साव की तलाश जारी है |